अडवानी और गांगुली






आज अडवानी का चैप्टर देखकर दादा ( गांगुली ) की यद् आ गयी  , उनका भी कुछ कुछ ऐसा ही था , उनकी बिदाई भी इसी टाइप हुयी (करायी गयी ) थी

जेसे दादा ने टीम इंडिया को बनया था वेसे ही अडवानी ने भाजपा बनायीं थी , अडवानी ने भाजपा को २ से १८३  सीट्स तक का सफ़र करवाया था , वेसे ही गांगुली ने सामान्य समजे वाली टीम को कुछ खास बनया और २००३ के फाइनल में पहुचाया था

अडवानी ने पार्टी के कई नेता औ को बनाया जेसे मोदी , जेटली , अनंत कुमार ,…, यह सभी ने अडवानी की ही ट्रेनिंग पाई है  , वेसे ही गांगुली ने भी हरभजन , युवराज , ज़हीर और धोनी जेसे खिलाडी दिए है देश को

आज अडवानी का ही चेला जेसे अडवानी के सामने है वेस ही कुछ खेल के मैदान में २-3 साल पहेले  हुआ था , धोनी ने गांगुली के कैरीएर का अंत  किया था वेस ही कुछ अडवानी के मामले में भी होने जा रहा जो ऐसा दिख  रहा है 

जेसे दादा को BCCI  पे भरोसा था वेस की कुछ अडवानी को आरएसएस पे हो ऐसा लगता है (अब तो भी नहीं लगता ) , पर दोनों के मामले में , जब  दादा अच्छी पोजीशन पे थे तब BBCI का भी योगदान उसमे में था और अडवानी के मामले में वेस ही योगदान आरएसएस का था.

धोनी भी मोदी की तरह ही आक्रामक स्वभाब्व के है , फिर भी धोनी ने दादा को आखिरी मैच  में आखिरी ओवर में कप्तानी देखर अलविदा कहा था  , मोदी तो वोह भी चांस अडवानी को नहीं देंगे

वेसे धोनी ने दादा के लाये गए सभी खेलाडी जेसे की हरभजन , सहेवाघ , गंभीर सभी को चलता  कर दिया है , वेसे ही कही मोदी भी पूरी टीम अडवानी की छुट्टी ही न कर दे,  और मोदी जी  का  रिकॉर्ड भी ऐसा ही कहेता है , उन्होंने अपने विरोधियो को बहुत अच्छी तरह ट्रीट किया है , उनकी लिस्ट में केशुभाई , वाघेला , ज़दफिया बहुत बड़े बड़े नाम है , उसमे १ नया नाम जुड़ने जा रहा है अडवानी

तो बस आप इन्तेजार कीजिये....



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